नई दिल्ली। सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की अन्तिम यात्रा में लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। उनके आधिकारिक निवास कामराज मार्ग पर लोगों ने अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस बीच भारतीय वायुसेना ने इस दुर्घटना को लेकर ताजा बयान देते हुए लोगों से बेबुनियादी अटकलों से बचे रहने की अपील की है।
IAF Mi-17V5 क्रैश: एकमात्र जिन्दा बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने किसके लिए कही औसत दर्जे की बात
भारतीय वायुसेना ने शुक्रवार को कहा कि 8 दिसम्बर, 2021 को हुई दुखद हेलिकॉप्टर दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए एक ट्राई सर्विस कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया गया है। जांच तेजी से पूरी की जाएगी और तथ्यों को सामने लाया जाएगा। तब तक दिवंगतों की गरिमा का सम्मान करने के लिए बेबुनियाद अटकलों से बचा जा सकता है।
गौरतलब है कि सीडीसी जनरल बिपिन रावत बुधवार को कुन्नूर के आर्मी सर्विस कालेज में संबोधन के लिए जा रहे थे। 11:48 पर इस हेलीकाप्टर ने सुलूर एयरबेस से उड़ान भरी थी। 12:15 बजे इस हेलीकॉप्टर को लैंड करना था। उड़ान के कुछ देर बाद करीब दोपहर 12:08 बजे ही उनके हेलीकॉप्टर का सम्पर्क एटीसी से टूट गया।
बाद में कुछ लोगों ने इस हेलीकॉप्टर को आग की लपटों में देखा। जानकारी मिलने पर स्थानीय प्रशासन का एक बचाव दल पहुंच गया। उस अवशेष से जितने भी लोगों को निकाला गया, उन्हें वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल पहुंचाया गया। हादसे में 14 में से 13 लोगों का निधन हो गया। इस हादसे में एकमात्र जिन्दा बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है।