लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सम्राट मिहिर भोज पर हो रही सियासत को लेकर भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों ने सम्राट मिहिर भोज की जाति ही बदल थी। ऐसा करना बेहद निन्दनीय है।
अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि ये इतिहास में पढ़ाया जाता रहा है कि सम्राट मिहिर भोज गुर्जर-प्रतिहार थे पर भाजपाइयों ने उनकी जाति ही बदल दी है। यह निंदनीय है। उन्होंने कहा कि छलवश भाजपा स्थापित ऐतिहासिक तथ्यों से जान-बूझकर छेड़छाड़ व सामाजिक विघटन करके किसी एक पक्ष को अपनी तरफ़ करती रही है। हम हर समाज के मान-सम्मान के साथ हैं।
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नोएडा के दादरी में सम्राट मिहिर भोज प्रतिमा का अनावरण होने के बाद विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 22 सितम्बर को मिहिर भोज पीजी कॉलेज में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण किया था। मिहिर भोज पीजी कॉलेज की मैनेजमेंट गुर्जर विद्या सभा के अध्यक्ष ने बयान दिया है कि प्रतिमा के अनावरण से पहले रात में शिलापट पर गुर्जर शब्द था और सुबह उसके ऊपर काला पेंट मिला। इसके बाद वहां गुर्जर शब्द का दोबारा स्टीकर लगाया गया। लेकिन, मुख्यमंत्री के आने से 5 से 10 मिनट पहले उसे भी हटा दिया। इसकी पुलिस के सीनियर अधिकारियों व इंटेलिजेंट से जांच कराई जाए। वहीं गुर्जर समाज के लोगों ने दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी यूपी में कई जगह पंचायत कर आज दादरी पहुंचने का आह्वान किया है। मूर्ति को लेकर राजपूत व गुर्जर के संगठनों में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं मामले को लेकर मिहिर भोज पीजी कॉलेज में पंचायत के वायरल मैसेज के मद्देनजर पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेकर पीएसी तैनात की है।