लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को सुखदेव राजभर से उनके घर जाकर मुलाकात की। राजभर लम्बे समय से बीमार हैं। अखिलेश यादव आज उनके घर पहुंचे और उनका हालचाल लिया। राजभर विधानसभा अध्यक्ष और मंत्री रह चुके हैं। वर्तमान में वह आजमगढ़ के दीदारगंज से बसपा विधायक हैं।
सुखदेव राजभर राजनीति से सन्यास लेने का ऐलान कर चुके हैं। इसके साथ ही उन्होंने बेटे को राजनीति में आगे बढ़ाने के उद्देश्य से पत्र लिखकर अखिलेश यादव का समर्थन किया था। इसके बाद से समाजवादी कुनबे में उनकी निकटता जगजाहिर हो गई थी। विधानसभा चुनाव में सुखदेव राजभर की सीट से उनके बेटे कमलाकांत राजभर पप्पू को सपा का टिकट मिलने की सम्भावना है।
वहीं सुखदेव राजभर के पत्र के जवाब में अखिलेश यादव ने उनका स्वागत किया था। राजभर को भेजे गए पत्र में अखिलेश ने लिखा था कि आपके पुत्र कमलाकांत राजभर पप्पू व समर्थकों का समाजवादी पार्टी में स्वागत है। अखिलेश ने राजभर के स्वस्थ, दीर्घायु और सुखी रहने की प्रार्थना भी की थी। उन्होंने कहा कि सुखदेव राजभर द्वारा शोषित, वंचित, दलित, पिछड़े समाज को हक दिलाने के लिए समाजवादी नेतृत्व पर जो विश्वास व्यक्त किया गया है, उससे वह अभिभूत हैं।
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दरअसल, सुखदेव राजभर ने पिछले दिनों बसपा सुप्रीमो मायावती के साथ ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव को एक भावुक पत्र भेजते हुए लिखा था कि स्वार्थी तत्वों द्वारा बहुजन मूवमेंट को दिशाहीन किए जाने से वह बहुत आहत हैं। बसपा से राजभर समाज के मिशनरी लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। स्वास्थ्य कारणों से सक्रिय न होने का जिक्र करते हुए सुखदेव ने अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश का भविष्य बताते हुए दलितों, पिछड़ों व राजभर समाज की सेवा के लिए खुद के बेटे कमलाकांत को उनके हवाले करने की घोषणा की थी।