प्रयागराज। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरि की मौत के मामले में बुधवार को आनन्द गिरि और बड़े हनुमान मन्दिर के पुजारी आद्या तिवारी को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
आनन्द गिरि के मोबाइल, लैपटॉप, टैबलेट, कुछ पेन ड्राइव, सीडी सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को पुलिस ने जब्त कर लिया है। कोर्ट के आदेश के बाद आनन्द गिरि को नैनी जेल में शिफ्ट कर दिया गया। उसे हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है। आनन्द गिरी और आद्या प्रसाद दोनों को अलग-अलग बैरकों में रखा गया है।
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दरअसल महन्त नरेन्द्र गिरि के कथित सुसाइड नोट में उन्हे आत्महत्या के लिए विवश करने के जिम्मेदार लोगों में आनन्द गिरि, पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी और उसके पुत्र संदीप तिवारी का नाम था। सबसे पहले आनन्द गिरि को यूपी पुलिस ने हरिद्वार जाकर पकड़ लिया था। उसे सहारनपुर लाकर रात भर रखने के बाद मंगलवार दोपहर प्रयागराज में पुलिस लाइन लाया गया जहां पुलिस अधिकारियों ने उससे कई घंटे तक घटना के बारे में लगातार पूछताछ की। दूसरे आरोपित पुजारी आद्या प्रसाद को भी सोमवार रात ही हिरासत में ले लिया गया था। फिर उसके पुत्र संदीप को भी पुलिस ने पकड़ लिया। उन दोनों से भी अलग-अलग घंटों पूछताछ की गई है।
आनन्द गिरि की ओर से अधिवक्ता विजय कुमार द्विवेदी और वरिष्ठ अधिवक्ता सुधीर श्रीवास्तव ने पक्ष रखा। अधिवक्ता विजय कुमार ने आशंका जाहिर की, कि जेल में आनन्द गिरि पर हमला हो सकता है, इसलिए उनकी सुरक्षा सुनिश्चित कराई जाए।