लखनऊ। देश की सीमाओं पर दुश्मनों का काल ‘ब्रह्मोस’ (Brahmos) की अगली पीढ़ी की मिसाइल (Missile) का उत्पादन उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में किया जायेगा। इसी सिलसिले में ब्रह्मोस एरोस्पेस (Brahmos Aerospace) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक डॉ. सुधीर कुमार मिश्रा (Sudhir Kumar Mishra) ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) से मुलाकात की।
उन्होंने मुख्यमंत्री को ब्रह्मोस परियोजना की वर्तमान गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (UP Defense Industrial Corridor) के तहत लखनऊ (Lucknow) में ब्रह्मोस के नेक्स्ट जेनरेशन मिसाइल के उत्पादन की योजना है।
मुख्यमंत्री ने डीआरडीओ, रक्षा मंत्रालय की इस पहल का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस परियोजना के लिए लखनऊ में आवश्यक भूमि सहित अन्य सभी सुविधाएं उपलब्ध कराएगी।
रूस के साथ मिलकर बनाई जाती है ब्रह्मोस
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल दुनिया की एकमात्र अनूठी, सटीक और अत्याधुनिक क्रूज मिसाइल है। मिसाइल को ब्रह्मोस एयरोस्पेस, डीआरडीओ, भारत सरकार और एनपीओएम, रूस सरकार के एक संयुक्त उद्यम द्वारा डिजाइन, विकसित और निर्मित किया गया है। यह रूस की पी-800 ओनिक्स क्रूज मिसाइल की तकनीक पर आधारित है।
300 करोड़ रुपये का होगा निवेश
ब्रह्मोस के नेक्स्ट जेनरेशन मिसाइल के उत्पादन के लिए लगभग 200 एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी। इस परियोजना को पूर्ण करने के लिए लगभग 300 करोड़ रुपये की धनराशि निवेशित की जाएगी।
10,000 लोगों को मिलेगा रोजगार
भूमि उपलब्ध होने के बाद 3 माह के अंदर सिविल निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। इस परियोजना के माध्यम से लगभग 500 अभियंताओं एवं तकनीशियनों को प्रत्यक्ष रूप से तथा 5,000 लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त होगा। ब्रह्मोस के नेक्स्ट जेनरेशन मिसाइल के उत्पादन की योजना के लिए एन्सिलरी यूनिट्स भी स्थापित होंगी। इनके माध्यम से लगभग 10,000 लोगों को रोजगार मिलेगा।