लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में पहले राम मन्दिर का नाम लेने पर रामभक्तों पर गोलियां चलाई जाती थीं। भाजपा ने इतना बड़ा काम किया है कि लोग हैरान हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अयोध्या में आकर भव्य श्रीराम मन्दिर का शिलान्यास किया है। अब तो गोली चलवाने वाले भी अयोध्या में भव्य राम मन्दिर के निर्माण का काम देख रहे हैं। अब छद्म भेष में लोग अपने आपको रामभक्त बताएंगे।
मुख्यमंत्री ने रविवार को भाजपा पिछड़ा वर्ग के सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि पहले तो प्रदेश में त्यौहार से पहले कर्फ्यू लगता था। अब अपराधियों को मालूम है कि राज्य सरकार का बुलडोजर खड़ा है। गुंडे, अपराधी, माफिया पहले गरीबों की सम्पत्ति हड़प लेते थे। बहन-बेटियों का जीना दूभर था। आज उत्तर प्रदेश में सुरक्षा का एक माहौल है। सुरक्षा का वातावरण देने में हम इसलिए सफल हुए हैं क्योंकि डबल इंजन की सरकार चल रही है।
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उन्होंने कहा कि सलार मसूद गाजी को सेना समेत बहराइच के पास चित्तौड़ा में महाराज सुहेलदेव ने पूरी तरह नष्ट करते हुए उस दुराचारी को दो खंभों में बांध करके आग में जीते जी झोंक दिया था। उन महाराज सुहेलदेव जी को 1000 वर्षों तक क्यों भूला दिया गया। जिस महापुरुष ने देश को गुलाम होने से बचाकर देश की रक्षा की, उनके नाम पर न कोई स्मारक, न कोई संस्था का नाम, न इतिहास में एक भी शब्द उनके नाम पर है। प्रधानमंत्री मोदी जी की प्रेरणा से उन महाराज सुहेलदेव का भव्य स्मारक बहराइच में बन रहा है। महाराज सुहेलदेव जी का स्मारक बन जाएगा तो लोग गाजी को भूल जाएंगे। गाजी के अनुयायी नेताओं को यही तो पीड़ा है, इसलिए अप्रत्यक्ष रूप से इस स्मारक का विरोध करते हैं।
उन्होंने कहा कि तमाम कांग्रेसी नेताओं के नाम पर डाक टिकट जारी हुए थे। लेकिन, महाराज सुहेलदेव के नाम पर डाक टिकट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जारी करवाए। देश के अंदर सैकड़ों संस्थाओं का नामकरण नेहरू खानदान के नाम है। लेकिन महाराज सुहेलदेव के नाम पर मेडिकल कॉलेज का नामकरण हमारी सरकार ने किया। बहराइच मेडिकल कॉलेज का नाम महाराज सुहेलदेव के नाम पर हमारी सरकार ने किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 के पहले भारत क्या था और 2014 के बाद भारत आज कहां है। 2014 के पहले भारत के अंदर अविश्वास, अराजकता, अव्यवस्था और असुरक्षा का वातावरण था। 2014 के पहले देश के अंदर रोज एक नया घोटाला आता था। अब तो लोगों को ढ़ूंढने पर भी घोटाला नहीं मिल रहा है।