हिंडन एयरपोर्ट से जल्द शुरू होगा वाराणसी, लखनऊ और प्रयागराज के लिए फ्लाइट का ट्रॉयल
मुरादाबाद, अलीगढ़, चित्रकूट एयरपोर्ट के निर्माण का कार्य हुआ पूरा, लाइसेंस की शुरू हुई प्रक्रिया
बरेली एयरपोर्ट से 12 अगस्त से मुम्बई, 14 अगस्त से बेंगलुरू के लिए शुरू हो रही उड़ान
लखनऊ। विमानन सेवाओं में लगातार मील का पत्थर साबित कर रहे उत्तर प्रदेश नागरिक उड्डयन विभाग के विभिन्न एयरपोर्ट से विभिन्न शहरों के लिए सीधी उड़ान शुरू होने जा रही है।
15 सितम्बर से कानपुर एयरपोर्ट से दिल्ली, मुम्बई, बेंगलुरु और हैदराबाद के लिए सीधी उड़ान शुरू होने जा रही है, वहीं 12 अगस्त से बरेली एयरपोर्ट मुम्बई तो वहीं 14 अगस्त से बेंगलुरू से जुड़ जाएगा।
प्रदेश के नागरिक उड्डयन मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ ने मंगलवार को अफसरों के साथ अन्य हवाई अड्डों को जल्द ही विकसित करने के साथ ही हिंडन एयरपोर्ट से वाराणसी, लखनऊ और प्रयागराज के लिए फ्लाइट का ट्रॉयल शुरू करने पर चर्चा की।
नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि बरेली पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक महत्वपूर्ण जिला एवं मंडल मुख्यालय है। सरकार ने वादों से आगे बढ़ कर बरेली एयरपोर्ट को न केवल समय सीमा से पूरा किया बल्कि वहां से विमानों का संचालन भी शुरू हो गया। उन्होंने कहा कि दिल्ली की उड़ान पहले से ही संचालित थी और अब इसमें बेंगलुरु और मुम्बई भी शामिल हो गए हैं। इससे इस पूरे क्षेत्र की जनता को यात्रा की सहूलियत तो होगी ही साथ ही व्यापार एवं रोजगार के नए अवसरों में वृद्धि होगी।
अलीगढ़, मुरादाबाद एयरपोर्ट निर्माण का कार्य जहां पूरा हो गया है, वहीं आजमगढ़, श्रावस्ती, चित्रकूट, मेरठ के साथ ही अन्य एयरपोर्ट का विकास कार्य अन्तिम चरण में है। इसी वर्ष नए एयरपोर्ट्स क्रियाशील हो जायेंगे और इस प्रकार चालू एयरपोर्ट्स की संख्या भी बढ़ जाएगी।
नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि जेवर एयरपोर्ट की तरह ही उत्तर प्रदेश के अन्य हवाई अड्डों को पीपीपी मॉडल पर विकसित एवं संचालित किये जाने की संभावनाओं को भी देखा जाए और इसके लिए एएआई से समन्वय करते हुए डेवलपर्स के साथ चर्चा की जाए। बैठक में एयरलाइंस कम्पनियों से वार्ता कर ट्यूरिज्म डेवलपमेंट पर प्लान बनाने के लिए भी चर्चा हुई।
नागरिक उड्डयन मंत्री ने लखनऊ, गोरखपुर, कानपुर नगर, प्रयागराज, आगरा, हिण्डन (गाजियाबाद), बरेली, अलीगढ़, आजमगढ़, श्रावस्ती, मुरादाबाद, चित्रकूट, म्योरपुर (सोनभद्र), झांसी, अयोध्या, कुशीनगर तथा सरसावा (सहारनपुर) एयरपोर्ट्स की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली।
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उन्होंने कहा कि इन एयरपोर्ट्स से उड़ानों का संचालन आरम्भ कराने हेतु विशेष रूप से प्रयास किया जाए, इसके अलावा बुन्देलखण्ड क्षेत्र में एयरपोर्ट की आवश्यकता पर भी चर्चा की गई। इस दौरान नागरिक उड्डयन निदेशालय परिसर में क्रियाशील एयरोनॉटिकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट द्वारा विमानन के क्षेत्र में संचालित किए जा रहे कोर्सेस पर भी चर्चा की गई।