गोरखपुर। कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता हत्याकांड में बुधवार को एक और आरोपी पुलिसकर्मी को गिरफ्तार कर लिया गया। गोरखपुर पुलिस ने हेड कांस्टेबल कमलेश यादव को धर दबोचा। एसआईटी कमलेश यादव से पूछताछ कर रही है। वहीं इस मामले में उप निरीक्षक विजय यादव अभी भी फरार है।
इससे पहले हत्यारोपित दरोगा राहुल दुबे और सिपाही प्रशांत कुमार मंगलवार को गिरफ्तार किये जा चुके हैं। एसआईटी कानपुर ने दोनों की सुपुर्दगी लेने के बाद उनसे पूछताछ की। दोनों पुलिसकर्मी 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजे गये हैं। वहीं मुख्य हत्यारोपी निलम्बित इंस्पेक्टर जेएन सिंह और दरोगा अक्षय मिश्रा पहले से जेल की सलाखों के पीछे हैं। इस हत्याकाण्ड में एक आरोपी उपनिरीक्षक विजय यादव अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। उसकी भी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
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कानपुर के बर्रा निवासी कारोबारी मनीष गुप्ता 27 सितम्बर को गोरखपुर अपने दो दोस्तों हरवीर व प्रदीप के साथ घूमने आए थे। तीनों तारामंडल स्थित होटल कृष्णा पैलेस के कमरा नम्बर 512 में ठहरे थे। 27 सितम्बर की रात ही रामगढ़ताल थाना प्रभारी इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह, फलमंडी चौकी प्रभारी रहे अक्षय मिश्रा सहित छह पुलिस वाले आधी रात के बाद होटल में चेकिंग को पहुंच गए थे। कमरे की तलाशी लेने पर मनीष ने आपत्ति जताई तो पुलिसकर्मियों से उनका विवाद हो गया। आरोप है कि पुलिस वालों ने उनकी पिटाई कर दी थी जिससे उनकी मौत हो गई थी।