कुन्नूर। सीडीएस जनरल बिपिन रावत के IAF Mi-17V5 हेलीकाप्टर दुर्घटना में निधन से पहले बनाये गये वीडियो की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है। इसे दुर्घटना से कुछ समय पहले का वीडियो होने का दावा किया जा रहा था। इस वीडियो को बनाने वाले व्यक्ति का मोबाइल फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
कोयंबटूर के एक वेडिंग फोटोग्राफर अपने दोस्त और परिवार के कुछ सदस्यों के साथ 08 दिसम्बर को फोटोग्राफी करने पर्वतीय निलगिरिस जिले के कट्टेरी इलाके में गए थे। इसी दौरान हेलीकॉप्टर दिखायी देने पर उन्होंने इसका वीडियो रिकार्ड किया था। कुछ ही देर में ये हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हो गया। इसके बाद से ये वीडियो सोशल मीडिया पर बेहद वायरल हो रहा है। अब पुलिस ने सम्बन्धित मोबाइल फोन कोयंबटूर स्थित फोरेंसिक लैब में भेजा है।
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इस वीडियो में नजर आ रहा है कि हेलिकॉप्टर कुन्नूर के ऊपर उड़ान भर रहा है। कुछ समय के लिए यह हेलिकॉप्टर वीडियो में नजर आता है और फिर गायब हो जाता है। इसकी आवाज सुनकर मौके पर मौजूद लोग हेलिकॉप्टर की तरफ दौड़ रहे हैं। हेलिकॉप्टर की आवाज वीडियो में साफ सुनी जा सकती है। इस वीडियो को हादसे के कुछ समय पहले का बताया जा रहा है।
पुलिस अधिकारियों ने रविवार को बताया कि जिस जगह से वीडियो बनाने का दावा किया जा रहा है, वह वन्य जीवों के कारण प्रतिबन्धित क्षेत्र है। ऐसे में इस बात की जांच की जा रही है कि फोटोग्राफर और कुछ अन्य लोग घने वन क्षेत्र में क्यों गए थे। इसके साथ ही चेन्नई स्थित मौसम विभाग से दुर्घटना वाले दिन के क्षेत्र में मौसम और तापमान से जुड़े विवरण भी मांगे गये हैं। वहीं पुलिस हेलीकाप्टर दुर्घटना के सुराग तलाशने के लिए प्रत्यक्षदर्शियों से भी पूछताछ कर रही है, जिससे जांच में मदद मिल सके।
इससे पहले भारतीय वायुसेना की ओर से कहा जा चुका है कि 8 दिसम्बर, 2021 को हुई दुखद हेलिकॉप्टर दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए एक ट्राई सर्विस कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया गया है। जांच तेजी से पूरी की जाएगी और तथ्यों को सामने लाया जाएगा। तब तक दिवंगतों की गरिमा का सम्मान करने के लिए बेबुनियाद अटकलों से बचा जा सकता है।
गौरतलब है कि सीडीसी जनरल बिपिन रावत बुधवार को कुन्नूर के आर्मी सर्विस कालेज में संबोधन के लिए जा रहे थे। 11:48 पर इस हेलीकाप्टर ने सुलूर एयरबेस से उड़ान भरी थी। 12:15 बजे इस हेलीकॉप्टर को लैंड करना था। उड़ान के कुछ देर बाद करीब दोपहर 12:08 बजे ही उनके हेलीकॉप्टर का सम्पर्क एटीसी से टूट गया। बाद में कुछ लोगों ने इस हेलीकॉप्टर को आग की लपटों में देखा। जानकारी मिलने पर स्थानीय प्रशासन का एक बचाव दल पहुंच गया। उस अवशेष से जितने भी लोगों को निकाला गया, उन्हें वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल पहुंचाया गया। हादसे में 14 में से 13 लोगों का निधन हो गया। इस हादसे में एकमात्र जिन्दा बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है।