नई दिल्ली। आईएनएस ऐरावत ने कार्निकोबार से मछली पकड़ने वाले पोत को बचाने में सफलता हासिल की है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक आईएनएस ऐरावत को शुक्रवार की रात 11 बजे कार्निकोबार, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह से मछली पकड़ने के जहाज सालेथ मथ II से एक संकटकालीन फोन मिला। यह जहाज ऑपेरशन समुद्र सेतु II के अंतर्गत कोविड-19 से सम्बन्धि राहत सामग्री की आपूर्ति करने के बाद जकार्ता, इंडोनेशिया से अपनी वापसी करते हुए इधर से गुजर रहा था।
जानकारी मिलते ही आईएनएस ऐरावत तुरंत मदद करने के लिए अपनी अधिकतम गति से मछली पकड़ने वाली नौका की ओर बढ़ा। पोर्ट ब्लेयर आधारित 20 मीटर लम्बी मछली पकड़ने वाली नाव चालक दल के सात सदस्यों के साथ 29 जुलाई की सुबह से ही गियर बॉक्स में बड़ी खराबी के कारण एमएमबी चैनल 16 पर सहायता के लिए अनुरोध करते हुए कार्निकोबार से निकल रहे थे।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक 25 समुद्री मील से अधिक गति से बहती तेज हवाएं, क्षेत्र में सक्रिय दक्षिण पश्चिम मानसून की वजह से 3.5 मीटर तक उठती लहरों और रुक-रुक कर होने वाली बारिश ने टोइंग के काम को अत्यंत कठिन कार्य बना दिया। फिलहाल आईएनएस ऐरावत आगे की सहायता के लिए मछली पकड़ने वाली नौका को निकटतम बंदरगाह पर ले जा रहा है।