आगरा। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा अपने दो दिवसीय उत्तर प्रदेश दौरे के दौरान नेताओं को चुनावी एजेंडा सौंप गए। उन्होंने रणनीति के मुताबिक चुनावी तैयारियों को अंजाम तक पहुंचाने को कहा। लखनऊ के बाद आगरा में विधायकों-पदाधिकारियों को धरातल पर काम करने की नसीहत दी गई। वहीं अब हर वरिष्ठ नेता को एक दिन बूथ पर रात बितानी होगी।
खास बात है कि नड्डा स्पष्ट कर गए कि मिशन 2022 की लड़ाई कई मायनों में खास होगी। इसमें पार्टी नए चेहरों पर दांव लगाएगी। जिसे भी टिकट मिलता है, सभी लोगों को मिलकर उसकी जीत सुनिश्चित करनी होगी। चुनाव के दौरान किसी भी स्तर पर मतभेद नजर नहीं आना चाहिए।
उन्होंने खराब प्रदर्शन करने वाले मंत्री-विधायकों को अपनी कार्यशैली में सुधारने की हिदायत दी। हालांकि जब चुनाव बेहद करीब हो, तो अपना रिकार्ड दुरुस्त कर ऐसे माननीय बहुत कुछ हासिल कर पाएंगे, इस पर संशय है। माना जा रहा है कि पांच साल के काम का आकलन करने के बाद जिस भी मंत्री-विधायक की रिपोर्ट कमजोर मिलती है, उसका टिकट कटना तय है। उनकी जगह पार्टी नए चेहरों पर भरोसा जताएगी। ऐसे में कई मंत्रियों-विधायकों की दिल की धड़कने अभी से बढ़ने लगी हैं। उन्हें अपने पैदल होने का डर सताने लगा है। वहीं टिकट की उम्मीद पाले कई युवा चेहरे और नेताओं की बांछे खिल गई हैं।
नड्डा ने विपक्ष के आपसी गठबंधन को लेकर भी तैयार रहने को कहा। पार्टी रणनीतिकारों के मुताबिक चुनाव करीब आते आते सभी विरोधी दल एकजुट होकर भाजपा पर हमला बोलते नजर आ सकते हैं। अभी एक दूसरे से दूर दूर नजर आने वाले दल एक मंच का भी सहारा लेने से पीछे नहीं हटेंगे। इसलिए इससे घबराने की जरूरत नहीं है। विधानसभा चुनाव 2017 और लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे इसके प्रमाण हैं। इसलिए विपक्ष की अगली सियासी चाल को ध्यान में रखते हुए अभी से उन पर प्रभावी तरीके से हमला बोला जाए।
नड्डा अपनी रणनीति के मुताबिक जिस क्षेत्र में जाते हैं, उसकी उपयोगिता बताने से नहीं चूकते। यहां भी उन्होंने भाजपा सरकार बनने का रास्ता ब्रज से होकर निकलने की बात कही। दरअसल विधानसभा चुनाव 2017 में ब्रज क्षेत्र की कुल 65 सीटों में से 57 पर पार्टी ने विजय हासिल की थी। इस बार भी पार्टी यहां दमदार प्रदर्शन चाहती है, इसलिए पार्टी अध्यक्ष कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम कर रहे हैं। वहीं उन्होंने संगठन को सर्वस्पर्शी एवं सर्वव्यापी बनाने के लिए जातिगत दीवारों को तोड़ने का भी मंत्र दिया। रूठे हुए कार्यकर्ताओं को मनाकर काम में लगाने की भी नसीहत दी। मोदी-योगी सरकार की उपलब्धियों, अहम फैसलों-कार्यक्रमों को हर मतदाता के घर तक पहुंचाने का आह्वान किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ब्रज में कराए गए विकास कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कोरोना संक्रमण काल में विपक्ष पर घरों में सोने का आरोप लगाते हुए कहा कि तब सरकार ने अभूतपूर्व कार्य किए। उन्होंने केन्द्र सरकार की भी विभिन्न योजनाओं के जरिए लोगों के जीवन में बदलाव आने की बात कही। मुख्यमंत्री ने नसीहत दी कि जनता के बीच इस तरह उपलब्धियों को पहुंचाया जाए कि पूरा विपक्ष एकजुट होकर भी नुकसान नहीं पहुंचा सके। वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने संगठन की मजबूती से ही सब कुछ हासिल होने की बात कही।
चिकित्सकों को किया सम्मानित, आंकड़ों से विपक्ष को दिया जवाब
आगरा में चिकित्सक सम्मेलन में नड्डा ने कोरोनाकाल में सेवाकार्य करने वाले चिकित्सकों को सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा ने तय किया है कि दो लाख गांवों में हेल्थ वॉलंटियर्स तैयार करेंगे। अभी तक लगभग 1.80 लाख हेल्थ वॉलंटियर्स का डिजिटली रजिस्टर करा लिया गया है, जिसमें 20,000 चिकित्सक हैं। हर बूथ पर हेल्थ वॉलंटियर्स की ट्रेनिंग चल रही है। हर बूथ पर दो हेल्थ किट दी जाएंगी जिसमें जरूरी चीजे होंगी। उन्होंने कहा कि 1960 में नेहरु जी के कार्यकाल में दिल्ली में एम्स खोला गया। उसके बाद कहीं एम्स नहीं बने,जब अटल सरकार बनी,तब जाकर देश में 6 एम्स और खुले। वहीं मोदी सरकार में 150 मेडिकल कॉलेज खुले। 36,250 नई एमबीबीएस की सीटें बढ़ीं, सही आदमी आने का फर्क इस तरह दिखाई देता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में अब तक कोरोना के 6.75 करोड़ टेस्ट हो चुके हैं। वहीं 5.35 करोड़ लोगों का टीकाकरण कराया जा चुका है। इनमें से 2.21 करोड़ युवा आबादी है। उन्होंने कहा कि राज्य में 33 नए मेडिकल कॉलेज भी बनाए जा रहे हैं। राज्य में ऑक्सीजन के 552 प्लांट स्थापित किए जाने हैं। 310 प्लांट बन कर तैयार हैं।