इस्लामाबाद। अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार के गठन के बाद पाकिस्तान की सेना में बड़ा उलटफेर हुआ है। कई टॉप कमांडरों की कुर्सी बदल दी गई है। पाकिस्तानी सेना ने एलओसी की जिम्मेदारी संभालने वाले लेफ्टिनेंट जनरल अजहर अब्बास को प्रमोट करते हुए अगला चीफ ऑफ जनरल स्टाफ (सीजीएस) नियुक्त कर दिया है। सीजीएस का पद सेना प्रमुख के बाद सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है, इसलिए इस फैसले के बेहद चर्चा हो रही है, क्योंकि जनरल बाजवा के बाद जनरल अब्बास को सबसे ज्यादा ताकत दी जा रही है।
जनरल अब्बास, पाक आर्मी के 35वें सीजीएस हैं। पाकिस्तान आर्मी की मीडिया शाखा इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) की तरफ से कहा गया है लेफ्टिनेंट जनरल अब्बास इस फेरबदल के बाद लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा की जगह लेंगे। जनरल मिर्जा को रावलपिंडी स्थित 10वीं कोर का कमांडर नियुक्त किया गया है। रावलपिंडी कोर पर ही भारत के जम्मू कश्मीर स्थित लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) की जिम्मेदारी है।
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सीजीएस को ‘जनरल हेडक्वार्टर्स’ में खुफिया और ‘परिचालन संबंधी’ कामकाज देखना होता है और ‘मिलिट्री ऑपरेशन्स’ तथा ‘मिलिट्री इंटेलिजेंस’ निदेशालय उसके अधीन काम करते हैं। वहीं लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद चिराग हैदर को मुल्तान कोर का कमांडर बनाया गया है, जो कि पाकिस्तान की मुख्य ‘स्ट्राइक कोर’ में से एक है। लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद वसीम अशरफ को डायरेक्टर जनरल ज्वॉइन्ट स्टाफ हेडक्वॉर्ट्स बनाया गया है।
इस बीच अफगानिस्तान पर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि तालिबान आतंकवादी समूहों को अफगानिस्तान की जमीन का उपयोग करने से रोकना होगा जो आगे किसी के लिए भी खतरा पैदा कर सकता है। तालिबान ने न केवल हमसे बल्कि बाकी देशों से भी वादा किया है। हमें उस प्रतिबद्धता के लिए उसे जवाबदेह बनाए रखना होगा। ब्लिंकन ने कहा कि बेशक हम इन प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए सिर्फ तालिबान पर भरोसा नहीं कर सकते।