लखनऊ। बसपा के कद्दावर नेता रहे लालजी वर्मा और रामअचल राजभर के समाजवादी पार्टी में शामिल होने पर पार्टी सुप्रीमो मायावती ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इससे सपा को फायदा नहीं उल्टा नुकसान होगा। इसके साथ ही उन्होंने बसपा के लोगों से दूसरे दलों से टिकट की लालसा में आये लोगों से परहेज करने की नसीहत दी है।
मायावती ने कहा कि बसपा व व अन्य विरोधी पार्टियों के भी निष्कासित किए गए लोगों को सपा में शामिल किये जाने से इस पार्टी का कुनबा व जनाधार आदि बढ़ने वाला नहीं है बल्कि इससे यह और भी घटता व कमजोर होता हुआ ही चला जाएगा। उन्होंने कहा कि सपा को यह मालूम होना चाहिये कि ऐसे स्वार्थी व दलबदलू किस्म के लोगों को लेने से, इनकी खुद की अपनी पार्टी में टिकटार्थी लोग अब बहुत गुस्से में हैं, जो अधिकाशः बसपा के सम्पर्क में हैं।
लालजी वर्मा-रामअचल साइकिल पर सवार, अखिलेश बोले-जनता का अपार समर्थन रचेगा इतिहास
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि वैसे भी वे चुनाव में अन्दर-अन्दर इस पार्टी को काफी नुकसान पहुंचाने वाले हैं। लेकिन, बसपा के लोग ऐसे में दूसरी पार्टियों के विधायकों व अन्य लोगों के टिकट कटने पर उन्हें अपनी पार्टी से टिकट दिलवाने से जरूर परहेज करें तथा उनके स्थान पर अपनी पार्टी के लोगों को ही टिकट देने पर ज्यादा जोर दें तो यह उचित होगा।
इससे पहले अम्बेडकर नगर के दो कद्दावर नेताओं लालजी वर्मा और रामअचल राजभर ने रविवार को विधिवत रूप से समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। उन्होंने कहा कि हम बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर और डॉ राम मनोहर लोहिया के आदर्शों पर चलते हुए 2022 में अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने का काम करेंगे। इस मौके पर आयोजित जनसभा में पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि इतना बड़ा समर्थन पूरे उत्तर प्रदेश में सपा को पहली बार मिल रहा है। जनादेश रैली में अखिलेश यादव ने राम अचल राजभर व लालजी वर्मा का स्वागत किया।