नयी दिल्ली। दुनिया के लिए भले ही 12 अक्टूबर महज एक तारीख हो। लेकिन पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के लिए ये एक ऐसा दिन है, जब उसके वहां लोकतंत्र ही एक बार फिर धज्जियां उड़ी थीं और साबित हो गया था कि सेना ही वहां सब कुछ है, बाकी सब दिखावा है।
किसने कहा, अमिताभ बच्चन के लिए अब ‘कहानी’ नहीं, हो जाना चाहिए रिटायर
दरअसल 12 अक्टूबर, 1999 को देश के तत्कालीन सेना प्रमुख परवेज मुशर्रफ ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की सरकार का तख्तापलट कर शासन की बागडोर अपने हाथ में ले ली थी। नवाज पर श्रीलंका से आ रहे मुशर्रफ के विमान का अपहरण करने और आतंकवाद फैलाने का आरोप लगाने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में उन्हें परिवार के 40 सदस्यों के साथ सऊदी अरब निर्वासित कर दिया गया।