नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीनों कृषि कानून वापस लेने के ऐलान के बाद भी किसान संगठन मामले में पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। चुनावी बयार में सत्ता पक्ष जहां मामले को शान्त करने में जुटा है, वहीं किसान आन्दोलन को लेकर अपने रुख पर अड़े हैं।
इस बीच भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बुधवार को कहा कि केन्द्र सरकार ने घोषणा की है तो वो प्रस्ताव ला सकते हैं। लेकिन, न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP और 700 किसानों की मृत्यु भी हमारा मुद्दा है।
Construction of 3.61 lakh houses approved under PMAY(U)
उन्होंने कहा कि सरकार को इस पर भी बात करनी चाहिए। 26 जनवरी से पहले तक अगर सरकार मान जाएगी तो हम चले जाएंगे। चुनाव के विषय में हम चुनाव आचार संहिता लगने के बाद बताएंगे।
वहीं किसान नेताओं ने कहा है कि 29 नवम्बर को संसद तक ट्रैक्टर रैली करने का पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अपनी तय समय सीमा और प्रक्रिया के साथ होगी। इसके अलावा संयुक्त किसान मोर्चा ने तय किया है कि एमएसपी को कानून बनाने के लिए सरकार को खुली चिट्ठी लिखी जाएगी।
इस बीच कहा जा रहा है कि राकेश टिकैत की चेतावनी के बाद केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी ने लखीमपुर में अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया है। दरअसल लखनऊ में सोमवार को हुई किसान महापंचायत में राकेश टिकैत ने अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी की मांग करते हुए लखीमपुर खीरी के प्रशासन को एक कार्यक्रम को लेकर चेतावनी जारी की थी। लखीमपुर खीरी के सम्पूर्णानगर में किसान सहकारी चीनी मिल के ’37वें पेराई सत्र के शुभारंभ’ के कार्यक्रम में अजय मिश्र टेनी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने वाले थे। लेकिन, अब वो इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। कहा जा रहा है कि राकेश टिकैत की प्रशासन को चेतावनी के बाद अजय मिश्र टेनी ने इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया है। हालांकि आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हुई है।