नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से कई बदलाव देखने को मिले हैं। श्रीनगर के प्रसिद्ध लाल चौक, जहां कभी तिरंगे को फहराने को लेकर बवाल मच जाता था आज वहीं लाल चौक का घंटाघर तिरंगामय हो गया है।
स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले लाल चौक पर स्थित घंटाघर शनिवार को तिरंगे की रोशनी में जगमगा उठा। सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीर वायरल हो रही है और लोग इस कदम की तारीफ कर रहे हैं।
श्रीनगर के मेयर ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘हमने स्वतंत्रता दिवस से पहले लाल चौक स्थित घंटाघर को तिरंगे के रंग से रोशन किया है। नई घड़ियां फिट कर दी गई हैं। श्रीनगर नगर निगम ने बहुत अच्छा काम किया।’ इससे पहले जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल (एलजी) मनोज सिन्हा ने 5 अगस्त को श्रीनगर में स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए एक खेल सप्ताह का उद्घाटन किया था।
We have illuminated the Clock Tower (‘Ghanta Ghar’) at Lal Chowk in colours of the Tricolour ahead of Independence Day. 🇮🇳
New clocks fitted.
Well done Team @SMC_Srinagar! pic.twitter.com/EKeFZX957o
— Mayor of Srinagar (@MayorofS) August 6, 2021
जोशी-मोदी फहरा चुके हैं तिरंगा
लाल चौक हमेशा से ही बहस का एक मुद्दा रहा था और यहां तिरंगा फहराने को लेकर गिरफ्तारियां भी हुई हैं। करीब 29 साल पहले 1992 में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी के साथ जाकर उस समय लाल चौक में तिरंगा फहराया था, जब घाटी में आतंकवाद चरम पर था। तब अलगवादियों और आतंकियों ने चुनौती दी थी कि लाल चौक पर तिरंगा नहीं फहराने दिया जाएगा लेकिन कड़ी सुरक्षा के बीच मुरली मनोहर जोशी तथा नरेंद्र मोदी ने वहां तिरंगा फहरा दिया था। जोशी उस वक्त भाजपा के अध्यक्ष थे। वहीं, नरेंद्र मोदी एकता यात्रा के संयोजक थे।
370 हटने के बाद कश्मीर की बदली तस्वीर
केंद्र सरकार के 2 साल पहले 5 अगस्त 2019 को लिए गए एक साहसिक फैसले ने कश्मीर की जिंदगी बदल दी। सरकार ने जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) में बांट दिया। इन दो सालों में राज्य की तस्वीर बदलने लगी है। आज कश्मीर में बहार है। यहां विकास और रोजगार बढ़ाना सरकार के प्रमुख एजेंडों में एक है। परिसिमन आयोग ने काम शुरु कर दिया है जिसकी रिपोर्ट के बाद राज्य में चुनाव कराए जाएंगे। वहीं प्रदेशवासियों को इंतजार है कि अब जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा मिले।