बागेश्वर। देवभूमि में मौसम का रौद्र रूप के बाद हर तरफ तबाही का मंजर सामने आ रहा है। स्थानीय लोगों के साथ पर्यटक भी इसका शिकार हुए हैं। आपदा के बाद हताहत हुए लोगों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। बागेश्वर के सुंदरढूंगा घाटी में ट्रैक पर गए चार पर्यटकों की मौत और दो लापता बताए जा रहे हैं। वहीं कफनी ग्लेशियर में ट्रैक के लिए गए 20 पर्यटकों का कुछ पता नहीं चल पाा है। इसके अलावा द्वाली में भी 34 पर्यटक फंसे हुए हैं। इन्हे रेस्क्यू करने के लिए गुरुवार को अपनी प्रशासन दो टीमों को हेलीकॉप्टर के साथ भेजेगा।
बागेश्वर जिले की हिमालय के कारण तीन स्थानों सुंदरढूंगा घाटी, कफनी और पिंडारी ग्लेशियर में पर्यटक टैकिंग के लिए जाते हैं। अमूमन 15 सितंबर से 15 नवंबर तक कराई जाती है।
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सुंदरढूंगा घाटी में ट्रैकिंग लिए छह पर्यटक पोर्टर के साथ गए थे। इनमें चार की मौत हो गई है, जबकि दो तापता हैं। बतौर पोर्टर गए सुन्दरढूंगा से लौटे नेपाली युवक सुरेन्द्र ने यह जानकारी दी है। उसने बताया कि एक घायल समेत चार लोग खाती गांव वापस लौट आए हैं।
इसके साथ ही कफनी ग्लेशियर की तरफ ट्रैक करने गए 20 पर्यटक भी लापता बताए जा रहे हैं। इनकी कोई जानकारी अभी तक नहीं मिल सकी है। ट्रैक पर गए और भी पर्यटकों के फंसे होने की सम्भावना जतायी जा रही है। ऐसे में जिला प्रशासन रेस्क्यू अभियान के जरिए इनका पता लगाने की कोशिशों में जुट गया है।
सुन्दरढूंगा वैली की तरफ भी एसडीआरएफ और मेडिकल टीम रवाना कर दी गई है। द्वाली में 08 विदेशी सहित 34 लोग फंसे हुए हैं। अधिकारियों के मुताबिक सभी सुरक्षित हैं। आज सभी को रेस्क्यू करने की कोशिश की जाएगी। हेलीकॉप्टर से भी रेस्क्यू किया जाएगा। सभी को सुरक्षित पहुंचाने का प्रयास है।